A Secret Weapon For Shiv chaisa
A Secret Weapon For Shiv chaisa
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धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥
सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥
स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु मम संकट भारी॥
किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥
भए प्रसन्न दिए इच्छित वर ॥ जय जय जय अनन्त अविनाशी ।
एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥
मंत्र महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् - अयि गिरिनन्दिनि
जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्त धाम शिवपुर में पावे॥
O Lord, whenever the Deities humbly sought your help, you kindly and graciously uprooted all their Complications. You blessed the Deities using your generous help if the Demon Tarak outraged them so you ruined him.
दिल्ली के प्रसिद्ध हनुमान बालाजी मंदिर
स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु अब संकट भारी॥
स्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥
आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित shiv chalisa lyricsl संसारा॥
शिव आरती